कोरोना का ख़ौफ़ The fear of Corona
कोरोना के इस काल में ।
जनता है बेहाल में ।।
रामू श्यामू, दीपू ने भी,
गली गली बतलाया है :
मास्क पहनो, २ गज दूरी।
साबुन से हाथ धोना ज़रूरी।
खांसी हो या सर्दी हो
डाक्टर की देखरेख है ज़रूरी।।
बात समझ में आयी सबके,
चींटू ने भी ठानी अबके।
कोरोना को जाँचें डटके।।
मैडम बोली होश हवाश में,
ख़ाली क्यों करवाएँ जाँच
चींटू बोला डाक्टर ने लिखवायी जाँच,
बात -बात में जाँच जाँच में
३० मिनट में जाँच हुई।।
मैडमकी हुई आँखें चौड़ी और हुए जो तीखे तेवर
मास्क। मास्क। चिल्लाए सबके
दूरी। दूरी। भी अब सबके।।
रामू श्यामू, दीपू को भी
बात चली positive की तो
रामू भागा , श्यामू, भागा
सर सर सरपट दीपू भागा।।
बात मज़े की तब जो आनी
अस्पताल से दवा जो लानी
रामू श्यामू, दीपू ठहरे
गली मोहल्ले के ये पहरे।।
फ़ोन घुमाया घन घन घन
रामू श्यामू, दीपू ने भी
खूब घुमाया घन घन घन।
बोले हम तो फँस जाएँगे
नाम सदा के लिए लिख लेंगे
कोरोना का ख़ौफ़ मज़े का
कोरोना का ख़ौफ़ मज़े का।।
-अनामिक नवीन (कोरोना पीड़ित, दिसम्बर २०२० )
टाइपिस्ट : प्रेम
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