शनिवार, जुलाई 21, 2018

कलश Kalash

कलश


चम्पावत भ्रमण के दौरान एक सांसकृतिक  संस्था  के साथ रहने का मौका मिला। चम्पावत में  कुछ जानकार नागरिकों  (एवं आसपास के क्षेत्रों से नौकरी करने वाले साथियों ) ने एक संस्था की स्थापना की है. जिसका नाम है "कलश"  . कलश एक संगीत कला समिति है जिसके सदस्य वहां पर काम करने वाले , संगीत में रूचि रखने वाले संवेदनशील लोग हैं.  कलश कोई NGO  नहीं है।   इसका  उद्देश्य केवल संगीत एवं कला के क्षेत्र में कुमाऊँ  (अन्यथा सांस्कृतिक दरिद्रता के इस कठिन दौर में ) में इन कलाओं को जीवित रखना एवं जनसाधारण को प्रस्तुत  करने का है. सालभर करररीब १०-१२ बैठक अपने खर्चे पर आयोजित करते हैं.  उन्हीं मैं से एक की झलकियां हैं:

राखो मोरी लाज गरीब नवाज
https://www.youtube.com/watch?v=1SbBsL_hr5o

कलश के अन्य भजन 
https://www.youtube.com/channel/UCEtPYRuRheEpBZSBkzSUl-g

Duriing HOLI 2018 :
1. https://www.facebook.com/harish.pandey.3348390/videos/716527115401799/UzpfSTY4MTc4MDc1NzoxMDE1NjEyMzAwNzY0NTc1OA/

2. मुबारक मंजील फूलों भरी। . ऐसी होली जो खेंलें जनाबे अली.. 
 https://www.facebook.com/harish.pandey.3348390/videos/717924955262015/UzpfSTY4MTc4MDc1NzoxMDE1NjEyMjk4OTA1MDc1OA/

इसी बीच एक ट्रिप उन लोगों  के साथ पंचेश्वर   (-वो ही -जहाँ बाँध बनेगा) का   लगाया था।



शुभकामनाओं के साथ

प्रेम
जुलाई २१, २०१८

P.S. वा ह साहब क्या बात है. कलश- कुछ मुट्ठी भर  सांस्कृतिक रूप से सचेत नागरिकों का एक गुट है- जो संगीत मैं रूचि रखता है और संगीत को चम्पावत क्षेत्र मैं अपने बल बू ते पर बढ़ावा दे रहा है. उसके सदस्य अपने खर्चे पर संगीत का आयोजन करते हैं और आनद उठाते है।

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