शनिवार, अप्रैल 30, 2016

रंजिश ही सही.. दिल हि दुखाने के लिए आ. .....रफ्ता रफ्ता वो मेरे हस्ती का सामां

मेहँदी हसन की  गायी  गजब की ग़ज़लें 
रंजिश ही सही..

१. "दिल हि  दुखाने के लिए  आ."
तू मुझसे खफा है तो  "जमाने के लिए आ" .
https://www.youtube.com/watch?v=dxv5U0F0nzw 


2. तू  जो रहे साथ मेरे ........  दुनियां को ठुकराऊं 
प्यार भरे दो शर्मीले नैन .........
https://www.youtube.com/watch?v=1DT8auA4BZI


३. तू मिला है तो ये अहसास हुआ है मुझको , ये मेरी उम्र थोड़ी है 
जिंदगी में तो सभी प्यार किया करते हैं.   [गुलाम अली भी सुन रहें हैं ]
https://www.youtube.com/watch?v=1DT8auA4BZI


४. आप तो नजदीक से नजदीकतर आते गए 
रफ्ता रफ्ता वो मेरे हस्ती का सामां हो गए। 
https://www.youtube.com/watch?v=vScBs9VsYqI

1 टिप्पणी:

K C Pandey ने कहा…

बढ़िया कर रहा है