सोमवार, मार्च 30, 2020

भारत में कोविद 19 (कोरोना वायरस ) का बढ़ता संक्रमण , Progress of covid19 infections in India

भारत में कोविद 19  (कोरोना वायरस ) का बढ़ता संक्रमण तथा सरकारों द्वारा बढ़ाये कदम :  लॉकडाउन  (lock down, पूर्ण बंदी) 

भारत में  कोरोना से सम्बंधित सरकार द्वारा जारी जानकारी के लिए यहाँ देखें 
click here for the updates on corona disease by Indian government.
https://www.mygov.in/covid-19

कोरोना वायरस सम्बंधित वैज्ञानिक जानकारियां यहाँ पर देखें :
https://www.cdc.gov/coronavirus/2019-ncov/about/index.html


Interactive map of world on corona at John Hopkins university is at this link

जॉन हॉकिंस विश्वविद्यालय द्वारा इंटनेट पर दिया गया लिंक यहाँ है :
https://coronavirus.jhu.edu/map.html


जैसा कि १९ तारीख के देश के नाम सन्देश में  प्रधानमन्त्री श्री मोदी जी ने इशारा किया था,  २२ तारीख के अनुभव के बाद , २४ तारीख के सन्देश में  पूरे भारत में  रात के १२ बजे से (यानी २५ तारीख से) पूरे भारत में  लोगों के घर से निकलने पर प्रतिबन्ध लगा दिया गया.



उत्तराखण्ड , केरल जैसी सरकारों ने भी कुछ दिन पहले से ही, कई जिलों में  ये प्रतिबन्ध तथा धरा १४४ लगा दी गई थी |  इस   पूर्ण बंदी  के  अंतर्गत सिर्फ आवश्यकीय सेवााओं को ही छूट दी गयी.


करीब १०१ दिन से चला आ रहा CAA  (citizen amendment act) के खिलाफ महिलाओं का आंदोलन भी संम्पत हो गया | यह इसलिए भी जरूरी हो गया था क्योंकि दिल्ली में  ५ से अधिक लोगों के एक साथ रहने पर पाबंदी लागू कर  दी गई थी |


विदेशों से आने वाले नागरिकों से विदेश मंत्रालय ने कहा कि  अब जो जहाँ है- वो वहीँ पर रहें.   सारे टूरिस्ट वीसा  रद्द कर  दिए गए.

देशी तथा विदेशी उड़ानों पर २४ तारिख  से ३१ मार्च तक प्रतिबन्ध लगा दिया  गया |  सारी रेलगाड़ियां ३१ मार्च तक रोक दी गयीं | 


सारे शिक्षण संस्थानों को बंद क्र दिया गया, होस्टल खाली करा दिए गए ताकि आवश्यकता पड़ने पर उनका उपयोग आइसोलेशन वार्ड्स के रूप में  किया जा सके.   हालांकि CBSE  द्वारा कुछ परीक्ष्याओं को टाल दिया लेकिन कुछ राज्यों में १२ की  परीक्ष्याएं  चलती रही.  यहाँ पर ये बताना जरूरी है कि  LOCKDOWN  के दौरान भी बड़े शहरों में कुछ बसें चलती रहीं- जो कि आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों को सेवा दे रहीं थी. 


भारत में ऐसा लग रहा था कि कुछेक लोग ऐसे हो गए हैं, जिनका सम्बन्ध विदेश से कोरोना लाने वालों से नहीं लग रहा था.  हालांकि आर्मी के एक जवान को भी लद्दाख में कोरोना से सनकृमित होने की खबर भी आगयी थी- जिसे ये संक्रमण उसके पिताजी द्वारा मिला था- जो विदेश से आये थे.

इसी दौरान ये भी लगा कि जिनके पास घर हैं वह तो अपने घरों में  रह रहे हैं, इक्का दुक्का लोग जो ये देखने बाहर जा रहे थे  कि देखें जरा कैसा लग रहा है- (और पुलिस द्वारा उनको वापस अंदर भेजने की बातें भी काफी सुनायी -दिखाई दी ). 

लेकिन २८-२९ मार्च के आसपास ऐसा देखने को मिला जिसकी किसी ने कल्पना नहीं की थी. रोजमर्रा काम करने वाले हजारों मजदूर १००-२०० या ४०० किलोमीटर चल कर  घरों को जाने के लिए बेताब दिखे. इसी दौरान कहीं बस चलने की खबर आते ही, दिल्ली के आनंद विहार बीएस अड्डे पर लोगों का ताँता लग गया |  सामाजिक दूरी की बात यहाँ पर बेमानी लग रही थी |

https://twitter.com/ChinmayTumbe/status/1244244943666700288  इस लिक से प्राप्त ये भारत के नक्शे  में  गहरे लाल रंगों से ये दर्शाया गया है कि भारत में  सबसे अधिक ध्याड़ी मजदूर किन राज्यों से आते हैं.  ये नक्शा ये भी इंगित करता है कि  आने वाले दिनों में  राज्य सरकारों को किन जगहों पर अपने टेस्ट किट ले जाने चाहिए और अस्पतालों को दुरुस्त करना चाहिए. 

उधर विदेशों में  भी - चीन के हालात तो अब ठीक हो गए लेकिन इटली , फ्रांस तथा अमेरिका में ये बीमारी विकराल रूप धारण किये हुए है | 
अमेरिका में भी कई राज्य लॉकडाउन  की  स्थिति में हैं 




 इसी से लगता है कि  ये LOCKDOWN  अभी और चलेगा - इतिहास का दौर है , आजकल हम जैसे अद्ध्यापक online teaching  से अध्यापन का कार्य कर  रहे हैं , साथ ही साथ ONLINE MEETINGS के जरिये शोध का काम आगे बढ़ा रहे हैं.  ऑनलाइन कार्यक्रम करना अपने आप में  एक नया अनुभव है | 

अपने को अंदर ही रक्खें,  संक्रमण से बचे रहें ,

प्रेम ३०  मार्च २०२०. 


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