पहले जब तू खत लिखता था। कागज में चेहरा दिखता था.
चिट्ठी आई है , आई है, चिठ्ठी आई है.
आज के स्काइप , इ-मेल और फेसबुक के जमाने में पंकज उधास की गयी ये गजल .
http://goo.gl/uc6eR1
1980's famous Ghajal of Pankaj Udhaas. chiththi aai hai.
Enjoy.
Prem
चिट्ठी आई है , आई है, चिठ्ठी आई है.
आज के स्काइप , इ-मेल और फेसबुक के जमाने में पंकज उधास की गयी ये गजल .
http://goo.gl/uc6eR1
1980's famous Ghajal of Pankaj Udhaas. chiththi aai hai.
Enjoy.
Prem
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें