शनिवार, जनवरी 21, 2012

suprabhatam सुप्रभातम; M S सुब्बुलक्ष्मी (Subbulakshmi)

सुप्रभातम 
खासकर दक्षिण भारत में बहुत प्रचलित है:
ये M S  सुब्बुलक्ष्मी जी , जिन्हें भारत रत्न से सम्मानित किया गया था, उनकी आवाज में गाई हुई कृति है.

Devanagari
कौसल्यासुप्रजा राम पूर्वा संध्या प्रवर्तते ।
उत्तिष्ठ नरशार्दूल कर्त्तव्यं दैवमाह्निकम् ॥

IAST
kausalyāsuprajā rāma pūrvā sandhyā pravartate ।
uttiṣṭha naraśārdūla karttavyaṃ daivamāhnikam ॥
O Rāma, the noble son of Kausalyā! The Sandhyā of the East commences. O the lion amongst men! Arise, the Vedic daily tasks are to be performed. ॥ 1.23.2 ॥


https://www.youtube.com/watch?v=1-VzQZowjBE

I am addicted, you will get too.

Prem
Jan 21, 2012

कोई टिप्पणी नहीं: