श्री टी ऍम कृष्णा द्वारा गाया भजन
https://www.youtube.com/watch?v=IhqYbQKmGWI&list=RDdqsgKUXpblU&start_radio=1
श्लोक:
१. वसुदेव सुतं देवं, कंस चाणूर मर्दनम् |
देवकी परमानंदं, कृष्णं वंदे जगद्गुरुम् || १||
२. शांताकारम भुजग शयनम, पद्मनाभम सुरेशं |
विश्वाधारं गगन सदिऋषं वेद्वर्णम शुभांगम |
लक्ष्मीकांतम कमलनयनम , योगी हृदयँ योगिरभिज्ञान गम्यम |
वंदे विष्णु भव भय-हरम सर्वलोकिक - नाथं || २||
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वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं-२
पंकजा नेत्रं परम पवित्रम, शंखचक्र धर चिन्मय रूपम
वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं
अम्बुजों धव अगनित गुणनावं
तुम्बुरूनारद गान विलोकन ----
अम्बुदी शयनम आत्माभिरामम
वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं
पंकजा नेत्रं परम पवित्रम, शंखचरधर चिन्मय रूपम
वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं
सकल वेद विचारम सर्व पाप निकराम
मकल कुण्डल धर, मदन गोपालं
भक्त पोशक श्री पुरन्दराम विथलं
वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं
पंकजा नेत्रं परम पवित्रम, शंखचरधर चिन्मय रूपम
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अप्रैल ६, २०२५