लाइट फेडिलिटी यानि लाईफाई (Li-Fi)
हाई फाई, वाई फाई और अब लाईफाई
लाईफाई- ठीक हाई फाई (hi-fi) या वाई फाई (wi-fi or wireless fidelity) की तर्ज पर दिया गया नाम है. इसका सीधा सम्बन्ध इन्टरनेट से है. लाईफाई प्रकाश के इस्तेमाल से बनी इंटरनेट की एक नई तकनीक नाम है। इसका उपयोग इन्टरनेट के डाटा को लाने ले जाने के लिए किया जा रहा है- ठीक वैसे ही जैसे कि वाई -फाई राउटर करता है.
एक पंथ दो काज
आपको याद होगा कि भारत में भी जनता को मुफ्त इन्टरनेट सेवा देने की बातें चलती रहती हैं. फर्ज कीजिये कि सरकार गाँव -गलियों में लाइट के लिए बल्ब लगा दे (ये बल्ब आधुनिक LED - हो सकते हैं) और -बिलकुल - " एक पंथ दो काज " वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए, उन्हीं बल्बों से इन्टरनेट का आदान प्रदान भी हो. आप इसे 'एक तीर से दो निशाने' भी कह सकते हैं.
प्राचार्य हेराल्ड हास
एडनबरा विश्वविद्यालय के प्राचार्य हेराल्ड हास ये बताते हैं. उन्होंने एक TED TALK भी इस सम्बन्ध में दिया है. उन्होंने ये बताया कि इन्टरानुसरित परिवर्तित किये गया एक LED बल्ब - "राऊटर " का काम करता है। ये LED बल्ब एक यन्त्र से जुड़ा रहता है- जो कि इन्टरनेट से जुड़ा रहता है. इंटरनेट डाटा-इस यन्त्र के माध्यम से बल्ब में जाते हैं.
बल्ब का प्रकाश जहाँ -जहाँ पहुच पता है- वहां तक इन्टरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है. उस तरफ एक रिसीवर (यानि) डोंगल उस प्रकाश को कंप्यूयर या मोबाइल फ़ोन तक पहुचा देता है.
संवेदनशीलता:
चूँकि प्रकाश की आव्रत्ति १० की घात १४ होती है - यह वर्तमान में इस्तेमाल होने वाली तरंगों के १० की घात ०९ के मुकाबले कम से कम दस हजार गुना तेज होगी. यानी इंटनेट स्पीड काफी अच्छी.
http://www.nature.com/articles/srep18690
बस इन्तेजार कीजिये लाईफाई का. जो कि बस आने ही वाला है.
प्रेम
सितंबर ४, २०१६
हाई फाई, वाई फाई और अब लाईफाई
लाईफाई- ठीक हाई फाई (hi-fi) या वाई फाई (wi-fi or wireless fidelity) की तर्ज पर दिया गया नाम है. इसका सीधा सम्बन्ध इन्टरनेट से है. लाईफाई प्रकाश के इस्तेमाल से बनी इंटरनेट की एक नई तकनीक नाम है। इसका उपयोग इन्टरनेट के डाटा को लाने ले जाने के लिए किया जा रहा है- ठीक वैसे ही जैसे कि वाई -फाई राउटर करता है.
एक पंथ दो काज
आपको याद होगा कि भारत में भी जनता को मुफ्त इन्टरनेट सेवा देने की बातें चलती रहती हैं. फर्ज कीजिये कि सरकार गाँव -गलियों में लाइट के लिए बल्ब लगा दे (ये बल्ब आधुनिक LED - हो सकते हैं) और -बिलकुल - " एक पंथ दो काज " वाली कहावत को चरितार्थ करते हुए, उन्हीं बल्बों से इन्टरनेट का आदान प्रदान भी हो. आप इसे 'एक तीर से दो निशाने' भी कह सकते हैं.
प्राचार्य हेराल्ड हास
एडनबरा विश्वविद्यालय के प्राचार्य हेराल्ड हास ये बताते हैं. उन्होंने एक TED TALK भी इस सम्बन्ध में दिया है. उन्होंने ये बताया कि इन्टरानुसरित परिवर्तित किये गया एक LED बल्ब - "राऊटर " का काम करता है। ये LED बल्ब एक यन्त्र से जुड़ा रहता है- जो कि इन्टरनेट से जुड़ा रहता है. इंटरनेट डाटा-इस यन्त्र के माध्यम से बल्ब में जाते हैं.
बल्ब का प्रकाश जहाँ -जहाँ पहुच पता है- वहां तक इन्टरनेट का इस्तेमाल किया जा सकता है. उस तरफ एक रिसीवर (यानि) डोंगल उस प्रकाश को कंप्यूयर या मोबाइल फ़ोन तक पहुचा देता है.
संवेदनशीलता:
चूँकि प्रकाश की आव्रत्ति १० की घात १४ होती है - यह वर्तमान में इस्तेमाल होने वाली तरंगों के १० की घात ०९ के मुकाबले कम से कम दस हजार गुना तेज होगी. यानी इंटनेट स्पीड काफी अच्छी.
http://www.nature.com/articles/srep18690
बस इन्तेजार कीजिये लाईफाई का. जो कि बस आने ही वाला है.
प्रेम
सितंबर ४, २०१६