रविवार, अप्रैल 06, 2025

श्री टी ऍम कृष्णा द्वारा गाया भजन Bhajan By T M Krishna

  श्री टी  ऍम कृष्णा द्वारा गाया भजन 

 

https://www.youtube.com/watch?v=IhqYbQKmGWI&list=RDdqsgKUXpblU&start_radio=1 

श्लोक: 

१. वसुदेव सुतं देवं, कंस चाणूर मर्दनम् |
देवकी परमानंदं, कृष्णं वंदे जगद्गुरुम् || १|| 

२. शांताकारम भुजग शयनम,  पद्मनाभम सुरेशं |

विश्वाधारं गगन सदिऋषं वेद्वर्णम  शुभांगम |

लक्ष्मीकांतम कमलनयनम ,  योगी हृदयँ  योगिरभिज्ञान गम्यम  |

वंदे विष्णु भव भय-हरम सर्वलोकिक - नाथं || २||

--------------------------------

=========================

वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं-; वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं-2

पंकज नेत्रं परम पवित्रम-4, पंकज नेत्रं परम पवित्रम; पंकज नेत्रं परम पवित्रम:

शंखचक्र धर चिन्मय रूपम :  वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं

पंकज नेत्रं परम पवित्रम : शंखचक्र धर चिन्मय रूपम : वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं

===============================

अम्बुजों धव-  वितम-2  अगनित  गुणनावं ; अम्बुजों धव-  वितम अगनित  गुणनावं

तुम्बुरूनारद गान विलोकन; तुम्बुरूनारद गान विलोकन , गान विलोकन; गान विलोकन;

अम्बुदी शयनम आत्माभिरामम -अम्बुदी शयनम आत्माभिरामम:

वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं:   पंकज नेत्रं परम पवित्रम:  शंखचरधर चिन्मय रूपम

वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं

==========================

सकल वेद विचारम; -विचारम-2; सकल वेद विचारम-सर्व पाप निकरम-2:

मकर-कुण्डल धर, मदन गोपालं;  मकर-कुण्डल धर,  मदन गोपालं -2; (3): मदन गोपालं, मदन गो$पा$लं:

भक्त पोशक, श्री पुरन्दर$ विलं ; भक्त पोशक, श्री पुरन्दर$ विलं :

वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं,:   पंकज नेत्रं परम पवित्रम, शंख-शंखचक्र-धर चिन्मय रूपम, 

वेंकटाचल निलयम वैकुण्ठ पुर वासं-

वैकुण्ठ पुर वासं-, वैकुण्ठ पुर वासं-

======================= 

 --------------------------------------------------


अप्रैल ६, २०२५

 

कोई टिप्पणी नहीं: